शुक्रवार, 7 मई 2010

अल्हान बना लूं मैं!

तेरे मीठे मीठे बोलों को होटों पे सजा लूं मैं,
चुन चुन के उन में मोती इक नज़्म बना लूं मैं,
अफरोज(१) तेरी इन आँखों में इस क़दर डूब जाऊं मैं ,
कुछ और नहीं मदहोशी पे अल्हान(२) बना लूं मैं,
हिचकोले खाती जुल्फों से कुछ तो बिशारत(३) लूं,
हर लफ्ज़ जो छन छन के निकले इक जाल बना लूं मैं,
इतनी तो फजीलत(४) खुदा मेरी आँखों को बख्श दे,
तू अपनी परछाई देखे आईना बना लूं मैं,
गर रुखसार से तू रोशन कर दे अँधेरे पल मेरे,
हर कोने में वो जलती हुई शम्मा को बुझा लूं मैं!
*********************
(१) चमकती हुई (२) मधुर संगीत (३) प्रेरणा (४) महारत
**********************

11 टिप्‍पणियां:

  1. Hello S :)

    Shabdo ke teer se qatal-e-aam kar dia aapne!!

    "गर रुखसार से तू रोशन कर दे अँधेरे पल मेरे,
    हर कोने में वो जलती हुई शम्मा को बुझा लूं मैं!"

    Abb qatal kia hai toh ... Aap ke liye yahi sazaa hai ki aap hamesha issi tarah achha likhte rahenge!! :)

    Very well work done!

    जवाब देंहटाएं
  2. इतनी तो फजीलत(४) खुदा मेरी आँखों को बख्श दे,
    तू अपनी परछाई देखे आईना बना लूं मैं,
    waah waah waah...........ye lines to seedha dil mein utar gayin..........bahut hi sundar bhav bhare hain.......gazab kar diya.

    जवाब देंहटाएं
  3. हर लफ्ज़ जो छन छन के निकले इक जाल बना लूं मैं,
    इतनी तो फजीलत(४) खुदा मेरी आँखों को बख्श दे,
    तू अपनी परछाई देखे आईना बना लूं मैं,
    only one word - WAH!!!!!!!
    bahut khubsurati se shabdon ko use karte hain...

    जवाब देंहटाएं
  4. Oh my God! Kya likhte hain aap! Mauzoom alfaaz..kuchh bhi atirikt nahi!

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत ही ख़ूबसूरत और भावपूर्ण ग़ज़ल लिखा है आपने! दिल को छू गयी आपकी ये शानदार ग़ज़ल!

    जवाब देंहटाएं
  6. हिचकोले खाती जुल्फों से कुछ तो बिशारत(३) लूं,
    हर लफ्ज़ जो छन छन के निकले इक जाल बना लूं मैं,

    aji main sadke jawa tvaadi inna lines vich .....
    ek to qatil urdu duje dwada qalam...asi to kurbaan :-)

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत ही सुन्दर ग़जल है!
    गजल लिखने में तो आप सिद्धहस्त है!
    बहुत-बहुत बधाई!

    जवाब देंहटाएं
  8. पहली बार यात्रा की आपके ब्लॉग की ...अच्छा लगा ....अच्छा पढने को मिला ...एक अच्छी प्रस्तुति

    http://athaah.blogspot.com/

    जवाब देंहटाएं