रविवार, 28 फ़रवरी 2010

होली पे कुछ ख़ास!



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धन्यवाद!

बुधवार, 24 फ़रवरी 2010

न तू मुझको भूले!


एहतराम(१) में पलकें बिछाए खड़े हैं,

तू आये और इन सर्द आँखों को छू ले,

एजाज़(२) की आरज़ू में शायद इन सूखे,

दरख्तों पे पड़ जाएँ सावन के झूले,

तहम्मुल(३) की हदें मैं तोड़ न बैठूं,

इक पल के लिए भी जो तू दूर हो ले,

बिशारत-ए-आमद(४) जो आ जाए तेरी,

इल्तेजा ये करूँ हर सांस मेरी तू ले,

चल इस तरह तेरी आगोश में रह लूं,

न मैं तुझको भूलूँ न तू मुझको भूले,

खारदार(५) जो वक़्त कभी तुझपे आये,

इलाही ये दिल ही उसे रू-ब-रू ले !

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(१) सम्मान (२) चमत्कार (३) धैर्य (४) आने की खुशखबरी (५) मुसीबतों भरा

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शनिवार, 20 फ़रवरी 2010

खताएं भुला दे!

तन्हाई में ग़ुम मैं तेरा आदी हो गया हूँ,
कम से कम अब मेरी खताएं भुला दे,
ख़याल-ए-वस्ल(१) की हाफिजा(२) कुछ और जी लूं,
नींद और हो गहरी साया-ए-ज़ुल्फ़ फैला दे,
कुछ ऐसा हो के मुहब्बत कामिल(३) हो मेरी,
चंद बचे पलों में दो पल अपने मिला दे,
राज़-ओ-नियाज़(४) तुझसे करूँ कुछ वक़्त जो मिले,
आगोश में ले और ख़्वाबों में झुला दे,
इक छुअन से तू मेरी यास(५) ज़िन्दगी बदल दे,
कगार-ए-मौत पे बुझती हुई शम्मा जला दे!
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(१) मिलने के ख्याल (२) मीठी यादें (३) पूरी (४) वो बातें जो बस आशिकों के बीच होती हैं
(५) जिसमें कोई उम्मीद न हो
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आपका,
सुरेन्द्र!

बुधवार, 17 फ़रवरी 2010

रकीब हो जाते हैं!


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धन्यवाद!

शनिवार, 13 फ़रवरी 2010

"will you be my valentine"


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आप सभी को प्रेम दिवस की शुभकामनाएं!

आपका,

सुरेन्द्र "मुल्हिद"

गुरुवार, 11 फ़रवरी 2010

शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2010

"कशिश"

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मंगलवार, 2 फ़रवरी 2010

मेरी पहली अंग्रेजी रचना!




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प्रिय मित्रो,


आज मैं आपके लिए अपनी पहली अंग्रेजी रचना प्रस्तुत कर रहा हूँ!


मुझे अंग्रेजी में लिखने का कीड़ा अपनी एक मित्र "डिम्पल" जी की अद्भुत रचनाएँ पढ़े के बाद काटा!


वैसे तो मैं डिम्पल जी की बराबरी नहीं कर सकता हूँ, क्योंकि उनके जैसा लिखने के लिए मुझे नया जन्म लेना पड़ेगा!


डिम्पल जी, आशा करता हूँ की आप मेरी इस कोशिश को पसंद करेंगी!


धन्यवाद!