रविवार, 28 फ़रवरी 2010

होली पे कुछ ख़ास!



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धन्यवाद!

10 टिप्‍पणियां:

  1. होली पर ये गजल खास तोहफा है!
    रंगों के पर्व होली की शुभकामनाएँ!

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  2. एकदम रोमांटिक है सुरेंदर भाई,
    हमे तोहार गजलवा बहुतेह पसंद आयी!

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  3. तेरे हाथों रंग में डूब के ही,

    अपने जीवन की उमंग लूं मैं!
    वाह होली की हार्दिक शुभकामनायें

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  4. Surender Ji,
    HOLI KI SHUBH KAAMNAYEIN...
    HOLI PER LIKHI IS GHAZAL KE LIYE BADHAAYI .....
    तेरे प्यार की झरती फुहारों से,
    बस आज भिगो अंग अंग लूं मैं,
    गालों पे लगा के गुलाल तेरे,
    महकी महकी सी तरंग लूं मैं,

    SURINDER RATTI

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  5. Hello :)

    Like always, written it very well...!
    The concept is good... adding romance to every composition is an art which you can always do beautifully with your words!

    Last but not the the least, Happpppy Holi to you and your family :)

    Regards,
    Dimple
    http://poemshub.blogspot.com

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  6. और तू संग हो तो
    जीवन का तरंग पी लू मै
    तेरे ही रंग नैनो को रंग लू मै !

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  7. Bahut achi aur pyari composition hai,
    ek dum pyar ke rangon se bhari hui.
    Full of Real Holi Colours :-)

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