शुक्रवार, 12 मार्च 2010

अधूरी ख्वाहिशें!


कृप्या तस्वीर पर क्लिक करें!

धन्यवाद!

13 टिप्‍पणियां:

  1. Kya baat hai...din-b-din shayari pe nikhar aa raha hai...Guruji, kuchh hamebhi gur batado please!

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  2. शुक्रिया ,
    देर से आने के लिए माज़रत चाहती हूँ ,
    उम्दा पोस्ट .
    mahila divas ki post bhi acchi hai.

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  3. मोहब्बत की कारसाज़ी काश फरिश्ते कर दें -----
    वाह बहुत खूब। बहुत अच्छा लिखते हो\ बधाई

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  4. मेरे चित्र से नही
    आत्मा से प्यार करो!
    क्या करोगे इस निष्प्राण तस्बीर का?

    कुछ भी हो अभिव्यक्ति बहुत बढ़िया है!
    वाह....
    समर्पण हो तो ऐसा ही हो!

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  5. तेरी तस्वीर मेरी कब्र के बस पास हो!
    ख्वाहिश आगोश में लेने कि तभी पूरी होगी!!!
    बेहतरीन! उम्दा!
    कोशिश करो सुरेंदर भई, जीते जी ही कुछ काम बन जाये!!!
    हा हा हा

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  6. ''''चलो वो मुझसे मिलने आये तो सही भलेही मजार पे आये हो मेरे,'''
    सच्चे आशिकों की शायद यही हस्र हो तो होगा,
    सुरेन्द्र जी, अच्छे अशार के लिए शुक्रिया .

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  7. बहुत ख़ूबसूरत रचना लिखा है आपने! सुन्दर अभिव्यक्ति और साथ ही लाजवाब चित्र!

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  8. surendr bhai
    bakai ye bandagi kabile tarif hogi
    bahut hi umda rachna
    maza aagaya dost
    lakh lakh badhaiyan

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  9. Hello..

    Dil se jo likha hai toh dil se appreciations bhi aayengi...
    Bahut khoobsurati se mann ko chooh liya aapke lafzo ne...
    Talent aap mein koot-2 ke bharaa hai!!!
    Bus itna hi kahungi :)

    Regards,
    Dimple

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  10. सुहान अल्लाह
    बहुत बढ़िया

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  11. अधूरी ख्वाहिशें! सुन्दर अभिव्यक्ति....
    regards

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